प्रहरी न्यूज छ.ग. – प्रदेश में भाजपा की सरकार है और सरकार में बैठे मंत्री, सांसद, विधायक कहते नहीं थकते कि प्रदेश में विष्णु का सुशासन है यहाँ विकास कि पहिया तेज है, पर छ.ग. की जनता कुछ और बया कर रही है,
बिजली बिल की भारी मार से पुरे प्रदेश भर में यह खबर आम है, चाहे जिस अखबार को देखो, न्यूज़ चैलनो को देखो या सोसल मिडिया की किसी भी प्लेटफार्म में जाओ आपको बिजली की भारी भरकम बिल को लेकर जनता अपनी बात बड़ी बेबाकी से कह रही है, पुरे प्रदेश की जनता में भाजपा सरकार के प्रति भारी रोष दिखाई दे रहा है, जनता पूर्वर्ती कांग्रेस की भूपेश सरकार की बिजली बिल हाफ योजना को याद कर भूपेश बघेल की पूर्व सरकार को अच्छा बताने में लग गई है,
सार …..
वर्तमान में बिजली बिल योजना का दायरा सीमित हो गया है, जिसके बाद अब उपभोक्ताओं को दोगुना से ज्यादा बिजली बिल आया है, इसे लेकर लोगों में जबरदस्त नाराजगी है,
जानिये – भाजपा की विष्णुदेव साय सरकार द्वारा हॉफ बिजली बिल योजना का दायरा सीमित कर देने से घरेलू उपभोक्ताओं की जेब पर बड़ी चोट पड़ गई है, पुरे प्रदेश के करीब 45 लाख घरेलू उपभोक्ताओं को सितंबर माह में दोगुना से ज्यादा बिजली बिल आया है, जिससे उपभोक्ताओं पर बिल का भारी बोझ बढ़ा है, अब उपभोक्ताओं को 100 से अधिक यूनिट बिजली खर्च करने पर पूरी यूनिट की खपत का बिजली बिल चुकाना पड़ रहा, जबकि, पहले 400 यूनिट बिजली खर्च पर 200 यूनिट की छूट मिलती थी और केवल 200 यूनिट बिजली खपत का भुगतान उपभोक्ताओं को करना पड़ता था, अब 100 यूनिट से एक यूनिट भी ज्यादा बिजली खपत उपभोक्ता करती है तो उसे पूरे बिल भुगतान करना पड़ रहा है, 100 यूनिट में मिलने वाली हॉफ छूट का फायदा भी अब उपभोक्ताओ को नहीं मिल रहा है,
छूट खत्म होने से उपभोक्ताओं को भारी भरकम बिजली बिल का सामना करना पड़ रहा है, पहले 400 यूनिट बिजली खपत का बिल करीब 1000 रुपए तक आता था, जो छूट खत्म होने के बाद अब सितंबर माह में 2000 रुपए से ज्यादा आया है, अचानक हॉफ बिजली योजना का दायरा सीमित कर देने से घरेलू उपभोक्ताओं के महीने के बजट में बड़ा असर डाला है, उन्हें अब घरेलू खर्च में कमी करके भारी-भरकम बिजली बिल भरना पड़ रहा है,
पहले – 400 यूनिट खपत पर सिर्फ 200 यूनिट का बिल भरना पड़ता था, इसके अलावा 400 यूनिट खपत से ज्यादा होने पर भी 200 यूनिट छूट का लाभ मिलता था, अन्य प्रभार अलग से जुड़ता था,
उपभोक्ताओ का कहना है – कि पहले 350 यूनिट बिजली खपत का महीने मे बिल 900 रूपए आता था, जो सितंबर माह में 2100 रुपए आया है, दिवाली के समय में दोगुना बिजली बिल आने से घर का पूरा बजट बिगड़ गया है,
एक उपभोक्ता का कहना है – पूर्व के महीने मे गर्मी ज्यादा होने के बावजूद 800 बिजली बिल आया था, सितंबर माह में छूट कम होने से बिजली बिल 1700 रुपए आया है, ऐसे में सरकार बताये कि हमें राहत देने के बजाय उल्टा आर्थिक बोझ में क्यों डाल रहां है,
बहरहाल ज्यादा बिजली बिल को लेकर विष्णुदेव साय सरकार से जनता नाराज है, जिससे इनकार नहीं किया जा सकता, वही बड़े हुए बिजली बिल से पूर्वर्ती भूपेश बघेल सरकार की हाफ बिजली बिल को लोग याद करे ऐसा वर्तमान भाजपा सरकार ने खुद ही मौका दे दिया है, जिससे पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का छवि जनता में एक पायेदान और बड गया है,?