छुरिया अस्पताल बना रिफर सेंटर ?, मरीजो व परिजनों को हो रही भारी परेशानी, अस्पताल में न ठीक से दवाई मिलती है न संसाधन ?,
प्रहरी न्यूज छुरिया – जिले के सबसे बड़े ब्लाक और खुज्जी विधानसभा के सबसे चर्चित कस्बा छुरिया, इसी क्षेत्र ने भाजपा कांग्रेस के कई बड़े छोटे दिग्गज नेता दिए, जो स्थानीय, ब्लॉक, जिले व प्रदेश की राजनीति तक करते है, इस क्षेत्र से स्व. रजिंदरपाल सिंह भाटिया जैसे नेता रहे जो भाजपा की रमन सरकार में मंत्री रहे, इस क्षेत्र मे पूर्व विधायक श्री प्रकाश यादव, पूर्व विधायक इमरान मेमन, पूर्व विधायक श्रीमती छन्नी चंदू साहू जैसे मुखर नेता है, इस क्षेत्र मे जिला पंचायत अध्यक्ष किरण वैष्णव, जनपद अध्यक्ष संजय सिन्हा, नगर पंचायत अध्यक्ष अजय पटेल, भाजपा के मुखर नेता चंद्रिका प्रसाद डडसेना, रोमी भाटिया, रविन्द्र वैष्णव, लक्की भाटिया, कांग्रेस नेता चुम्मन साहू, राहुल तिवारी, विधायक प्रतिनधि राजू सिन्हा, जैसे बहुताये छोटे बड़े कांग्रेस भाजपा के नेता है, जो स्थानीय व छुरिया कस्बे के ग्रामो से है,
पर दुर्भाग्य ही है इतने बड़े बड़े नेताओ के रहते ब्लाक मुख्यालय छुरिया का सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मे मरीजो का कोई देखने सुनने वाला नहीं है, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मे बेहतर इलाज के लिए पहुंचने वाले अंचल के ग्रामीणों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, मरीजो को समय पर डॉक्टर नही मिलते, कई बार मरीजो को समय पर इलाज नही मिलने से उनकी जान खतरे मे आ जाती है, मजबूरन मरीजो को प्राइवेट डॉक्टरो के क्लिनिक ले जाना पड़ता है, जिससे परिजनों को आर्थिक व मानसिक रूप से परेशान होना पड़ता है, जो परिजन अपने मरीज को प्राइवेट हॉस्पिटल या प्राइवेट क्लिनिक ले जाने मे सक्षम नही रहते उन्हें नर्स और मेडिकल सहायक के भरोसे अपनी जान जोखिम मे डाल कर रुकना पड़ता हैं, – जानकारी अनुसार बीएमओ सहित अन्य डॉक्टर भी नही रहते मुख्यालय मे, सभी करते है आना जाना ?,
वैसे भी ज्यादातर मामलो में मरीजों को राजनांदगांव रिफर कर दिया जाता है, इसीलिए लोग आजकल छुरिया सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को रिफर सेंटर कहते भी है?, यही नहीं इमरजेंसी के समय बेहतर सुविधा हेतु सांसद विधायक द्वारा एंबुलेंस दिए गए है, परन्तु इसका भी उपयोग जिला हॉस्पिटल रिफर होने वाले व गांव से हॉस्पिटल आने वाले मरीजो को नही मिल रहा है, जिससे मरीज के गरीब परिजनो को प्राइवेट वाहन बुक कर आना जाना करना पड़ रहा है?, जिससे परेशान परिजनो को आर्थिक नुकसान भी हो रहा है,
क्षेत्रीय विधायक भोलाराम साहू की निष्क्रियता समझ से परे ?, साहू जी विपक्ष के विधायक है और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र छुरिया के जीवनदीप समिति के अध्यक्ष है, वे हॉस्पिटल मे कितने बार निरीक्षण किए ?, किए भी है या नहीं ये भी कह पाना मुश्किल है, जबकि विपक्ष का विधायक होने के नाते हॉस्पिटल की कमियों व डॉक्टरों की लापरवाही पर सरकार को घेरते, इसके अलावा समय समय पर हॉस्पिटल का औचक निरीक्षण कर जिम्मेदारों को निर्देशित करते, पर हॉस्पिटल के मामले मे विधायक भोलाराम साहू जी का निष्क्रियता साफ दिखाई देता है,
बहरहाल नेताओं की चुप्पी से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र छुरिया के बीएमओ और बीपीएम के मजे ही मजे है ?, तो वही मरीज व परिजनो की स्थिति जितेन्द्र की मूवी मे किशोर कुमार द्वारा गाया हुआ वो गीत की तरह है जो बया करती है, “कौन सुनेगा किसको सुनाए इसी लिए चुप रहते है”,
अब देखना ये होगा कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मे चल रहे डाक्टरों की मनमर्जी लापरवाही पर सत्ता दल भाजपा के नेता और विपक्ष के कांग्रेस नेताओ का आगे क्या रूख होता है?,